Thursday, July 18, 2024

बुद्ध धर्म से मिलने की दुर्लभता



बुद्ध का पहला उपदेश 


अनोखे, गहन और अद्वितीय बुद्ध धर्म से

दस लाख कल्पों में भी मिलना मुश्किल है।

लेकिन अब जब मैं ने इसे देख लिया है, सुन लिया है और प्राप्त कर लिया है,

मैं इस के सही अर्थ को प्राप्त करने की प्रतिज्ञा करता हूँ।


(ये शब्द कोरिया के बौद्ध मंदिरों में गाए जाने वाले एक भजन में पाए जाते हैं)

Saturday, July 13, 2024

बोधिधर्म अपना परिचय देते हैं

 

बोधिधर्म


बौद्ध भिक्षु बोधिधर्म अपने गुरु प्रज्ञातारा के कहे अनुसार भारत से चीन गये थे। उनकी चीन के सम्राट से मुलाकात की कहानी इस प्रकार है।

सम्राट: मैं  ने  अनेकों  बौद्ध मंदिर बनवाया है, मंदिरों और भिक्षु भिक्षुणियों को बहुत दान दिया है। ये सब से मुझे कितना पुण्य मिला है?

बोधिधर्म: कोई पुण्य नहीं।

सम्राट को ये जवाब सुन कर बहुत आश्चर्य हुआ।

सम्राट: पवित्र धार्मिक ग्रंथों में क्या सिखाया गया है?

बोधिधर्म: कोई पवित्रता नहीं, आकाश जैसा विशाल खालीपन।

सम्राट: तो ये मेरे सामने कौन खड़ा है?

बोधिधर्म: मालूम नहीं!


(ये किस्सा Blue Cliff Record के पहले अध्याय से लिया गया है।)